धर्मपरिवर्तन कर मुस्लिम व ईसाई बने लोगों को आरक्षण– विश्लेष्ण

हिन्दुओं में जातियों को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है – सामान्य वर्ग ( General) , पिछड़ा वर्ग (OBC) व अनुसूचित जाति (SC) / जनजाति वर्ग (ST) । सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन को दूर करने के लिए अनुसूचित जाति / जनजाति को आरक्षण आजादी के बाद से ही लागू हो गया, बाद में पिछड़ा वर्ग को भी आरक्षण मिलने लगा। वर्तमान में सामान्य वर्ग को भी 10% आरक्षण EWS के माध्यम से मिल रहा है। सवाल यह है कि क्या हिन्दू धर्म छोड़ मुस्लिम या ईसाई बन चुके लोगों को भी आरक्षण मिलना चाहिए ? भारत में स्वतंत्रता के बाद से ही जातिगत आरक्षण का मुद्दा राजनीति का हिस्सा बन गया और हर सरकार ने वोट बैंक के आधार पर न सिर्फ आरक्षण को अमर कर दिया बल्कि लगातार इसका दायरा बढ़ाते चले गये। शुरुआत में आरक्षण अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जातियों को लिए था जिसमें बाद में पिछड़ा वर्ग भी जुड़ गया और वर्तमान में सामान्य वर्ग में EWS के माध्यम से भी आरक्षण मिलने लगा। आरक्षण पर सुप्रीम...